छत्तीसगढ़ में बारिश और ओलावृष्टि का सिलसिला जारी, जनजीवन प्रभावित
छत्तीसगढ़ में मौसम ने अचानक करवट ली है. राज्य के कई जिलों में जोरदार बारिश के साथ ओलावृष्टि दर्ज की गई है. पश्चिमी विक्षोभ और अन्य मौसमी तंत्रों के प्रभाव से आने वाले दिनों में भी प्रदेश में गरज-चमक के साथ बारिश, अंधड़ और ओलावृष्टि की संभावना बनी हुई है. मौसम विभाग के अनुसार अगले पांच दिनों तक छत्तीसगढ़ में मौसम सक्रिय रहेगा, जिससे तापमान में भी आंशिक उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा.
राज्य के बलौदाबाजार जिले के कसडोल सहित कई इलाकों में जोरदार बारिश के साथ ओले गिरे. पिछले 24 घंटों के दौरान दक्षिण छत्तीसगढ़ के उत्तरी और दक्षिणी क्षेत्रों में तेज हवाएं और गरज के साथ हल्की वर्षा दर्ज की गई. छोटेडोंगर में 2 सेमी, तोकापाल और अमलीपदर में 1 सेमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है.
सक्रिय मौसमी तंत्रों का असर
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ एक द्रोणिका के रूप में उत्तर बिहार से उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश तक औसतन 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित है. इसके साथ ही एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण मध्य प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैला हुआ है. एक अन्य द्रोणिका दक्षिण मध्य प्रदेश से होते हुए छत्तीसगढ़, झारखंड और ओडिशा को पार करते हुए दक्षिण गंगीय पश्चिम बंगाल तक विस्तारित है.
16 अप्रैल का पूर्वानुमान और चेतावनी
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 16 अप्रैल को प्रदेश के कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है. साथ ही तेज हवा, अंधड़ और वज्रपात की संभावना भी जताई गई है. रायपुर शहर में भी आकाश आंशिक रूप से मेघमय रहने तथा गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है. अधिकतम तापमान 39°C और न्यूनतम तापमान 24°C के आसपास रहने की संभावना है.
तापमान में बदलाव की संभावना
प्रदेश में अगले दो दिनों तक अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा, लेकिन इसके बाद 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है. उत्तर और मध्य छत्तीसगढ़ में भी अगले 48 घंटों तक तापमान स्थिर रहेगा, तत्पश्चात उसमें क्रमिक रूप से बढ़ोतरी हो सकती है.
अगले पांच दिन रहेंगे बारिश के नाम
राज्य में अगले पांच दिनों तक एक-दो स्थानों पर तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना बनी रहेगी. इससे जहां तापमान में कुछ राहत मिलेगी, वहीं किसानों और आम नागरिकों को सतर्क रहने की जरूरत है.